कर्म का फल -03-Sep-2023
"कर्म फल" की अवधारणा हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म में निहित है। यह किसी के कार्यों के परिणामों या परिणामों को संदर्भित करता है, जो सकारात्मक या नकारात्मक हो सकते हैं और माना जाता है कि वे किसी के भविष्य के अनुभवों या पुनर्जन्मों को प्रभावित कर सकते हैं। विचार यह है कि इस जीवन में आप जो कार्य करेंगे, उसके अनुरूप परिणाम भविष्य के जन्मों में या वर्तमान जीवन में प्राप्त होंगे। यह कर्म में विश्वास का एक बुनियादी पहलू है, जो नैतिक और नैतिक व्यवहार के महत्व पर जोर देता है।
Profile | Name | View |
---|---|---|
|
Aliya khan | View |
|
Seema Priyadarshini sahay | View |
|
Swati chourasia | View |
|
𝐆𝐞𝐞𝐭𝐚 𝐠𝐞𝐞𝐭 gт | View |
|
Arshi khan | View |
|
Inayat | View |
|
Ali Ahmad | View |
|
Marium | View |
|
Abhinav ji | View |
|
Milind salve | View |
|
Alka jain | View |
|
Babita patel | View |
|
KALPANA SINHA | View |
|
Amardeep singh | View |
|
Shalani sharma | View |
|
Zenab rehan | View |
|
Samreen riyaz | View |
|
Nikita chodhari | View |
|
Gunjan Kamal | View |
|
सीताराम साहू 'निर्मल' | View |
Please login to leave a review click here..
Babita patel
05-Sep-2023 12:24 PM
Nice
Reply
KALPANA SINHA
05-Sep-2023 11:38 AM
Amazing
Reply
Milind salve
04-Sep-2023 05:55 PM
Nice
Reply